उगते सुरज के किरनो संग मुझे याद करना
शबनमी धूप आँगन में उतरे मुझे याद करना
बच्चोंकी ख़ुशीमें, फुलकी हसींमें याद करना
कुछ भी याद करने ना मिले मुझे याद करना
कोई साथ तुम्हारे आये ना आए ,याद करना
दिल जब ख़ुशीको तरसे तो मुझे याद करना
बढ़ जाये मन की पीड़ा तो मुझे याद करना
ख़ामोशी में कोई गूँज सुनाये मुझे याद करना
काली रातों को सपनें सजाओ तो याद करना
चाँद आँगन में चाँदनी बिखरे मुझे याद करना
~ रेखा पटेल ‘विनोदिनी’
Leave a Reply