तेरा है नूर तेरी ही छाया 
जीवन को रंगीन बनाया 
हर तरफ तूने रंग सजाया
तेरे मिठे गीत तेरी ही धुन 
धडकन में संगीत बहाया 
बिन पायल नृत्य सिखाया
तेरा जलवा तेरा ही नाम 
रग रगमें बसकर बताया 
तुझमे मेरा हर पल समाया
तेरी चाहत तेरी ही इबादत 
सूफी होकर डेरा जमाया 
जीने का सारा मन्त्र छुपाया
तेरा करम तेरी ही वफायें 
दो का एक होकर जताया 
विनोद से जीवनमें उजाला
~ रेखा पटेल ‘विनोदिनी’





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