रात के ठहरने से कायनात बदल जायेगी..
इन वादीयो में एक कहानी नजर जायेगी।।
अंदाज आशीकाना मिजाज मस्ताना ,
आंखो सेआपकी मस्ती छलक जायेगी।।
दीवाना बनाया है ये मनमोहनी सूरत ने,
काश, कोई बात दील में ही संवर जायेगी।।
तारीफ में तेरी कसीदा पढता रहा जिंदगीभर,
मालुम नही था तकदीर ही बदल जायेगी।।
काजल तेरा नाम जबां से कैसे पुकारता?
ख्याल नथा की मेरी मल्लिका तुं पलट जायेगी।।
काजल
किरण पियुष शाह
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