जो तलवार ना कर सकी वो तेरी हँसी ने कर दिया,
हमको दीवाना कर दिया, क्या क्या कमाल कर दिया.
चलाके ज़हरीला तीर दिल पर सीधा वार कर दिया,
हाय तेरी आखों ने ये क्या कर दिया कमाल कर दिया.
हम आवारा बंजारे थे एक ही दिलमे कैद कर दिया,
जीते जी दिलमें तेरे हमको चुन लिया कमाल कर दिया.
झुकना तो कभी सिखा नहीं था, इशारों पे नचा दिया,
सिकंदर थे, कदमों में तेरे गिरा दिया कमाल कर दिया.
एक ही दिल था बड़ा कीमती हमने उसको गवा दिया,
सबकुछ लुटके तूने हमको जीता दिया कमाल कर दिया.
~ रेखा पटेल ‘विनोदिनी’
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