देखके तुमको ना देखा करना आँखों को समझा दिया
इस तरहा हमनें भी दिलको अच्छी तरह झाँसा दिया
सच्चाईसे कोई कहा तक भागे यूँ चहेरे पे चहेरा लिए
ये प्यार बड़ा सौदाई है, जिसने रूहको भी रिझा दिया
मुहब्बतकी लगे सच्ची लगन तो बहारें,खजा एक है
कोई पागलपन की ऐसी ही हदने हीर को रांझा दिया
खामोशी अच्छी लगती है जब तक आँखें भीगी नहीं
बहते अश्कोने सबके सामने बंध होठोंको फांसा दिया
आसाँ नहीं था वफ़ा नीभाना,पर बेवफाई कर ना शके
दिलकी बातें दिलमें रखकर इश्कमें अपना साँझा दिया
~ रेखा पटेल ‘विनोदिनी’
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