आसमान को छूना है मुझे
धरतीपे रहकर उड़ना है मुझे
सबका ज्यादा प्यार पाना है
तू जो दोस्ती में साथ दे.
सुना है बहुत मशहूर है तु,
साथ और बात निभाने में.
छूना है आसमाँ को मुझे
तू जो दोस्तीका रुख दे.
सब दुःखोंसे लड़ना है मुझे
कभी ना गिरने देना तु मुझे
बिना गिरे बहुत दूर जाना है.
तू दोस्तीकी सच्ची शिख दे.
सूना है वादोंपे मगरूर है तु,
साथ हारे को हौंसला देने में.
सब दुःखोंसे लड़ना है मुझे
तू दोस्तीका जो सुख दे.
~ रेखा पटेल ‘विनोदिनी’
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