आज चलो इन बहारों का कुछ युँही सफ़र कर लें हम
करके इज़हारे महोबत जमीसे पग ऊपर कर लें हम
क्यों खाके चोकलेट अपना कोलेस्टॉल हाई कर ले हम?
प्यारी सी मुस्कान से दिल की मीठी फिकर कर ले हम
ना होगी जरूरत हमें डाकटर की हकिमो के मसवरे
दोस्तों की रही इनायत तो दुश्मनो से प्यार कर ले हम
ना चाहिए हमें कोई फूल, ना मांगे हम टेडिबेर कोई
भेजो दूर से जादू वाली जप्पी, उसी की कदर कर ले हम
हमें शोख नही रंगीन नझराने या वेलेन्टाइन कार्ड का
कागज़ पे लिख दो तुम्हारा नाम, उससे बसर कर ले हम
क्या पाया, कया खोया है, उन की फिकर कयु करते रहे
नही चाहिए ज्यादा, मेरा है उसे मेरा जरुर कर ले हम
हमारे ख्यालात, असुलो की बात कुछ और है यहा
एक इशारे पे जिन्दा, एक नजर से जान बाहर कर ले हम
~ रेखा पटेल ‘विनोदिनी’
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