चुपके से धड़कन में उतर जाओ की दिलकी बात कह दे हम
दिल अब भी सुकून में रहेता हैं, दिलकी बात कह दे हम
हम तो आपकी उल्फतमे, मोम बनकर पिघल जायेंगे
हमारा धड़कन का रिश्ता हैं, दिलकी बात कह दे हम
तेरे हर अंदाज़ से था प्यार इज़हार अब भी करते है
आज दीदार को दिल तरसता हैं, दिलकी बात कह दे हम
ना हमने किसीकी परवा की, मोहब्बत को खुदा माना
हमारा सूफी संतों संग वास्ता हैं, दिलकी बात कह दे हम
चाहे तुम पास रहो या दूर रहो, तन्हाइमे मिल जाते हो
इन आखोंको तेरा चहेरा जचता हैं, दिलकी बात कह दे हम .
तुमको ना पलभर भी भूलना चाहा, रात हो या दिन हो
ज़माना इसकी वजह माँगता है, दिलकी बात कह दे हम
आओ दिलकी बात कह दे हम ..
~ रेखा पटेल ‘विनोदिनी’
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