Hindi


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  • एक बुलबुला पानीका

    एक बुलबुला पानीका

    ख़ुद को खोके रोते बच्चोको हँसता मानता हूँ, ना किसी हाथोमें पलभर भी रुकना जानता हूँ .

  • अगर आप मील जाते

    अगर आप मील जाते

    जींदगी हमारी ख्वाबो का घरोंदा होती। अगर आप मील जाते।

  • आज मुझसे मिलने ये कौन आया

    आज मुझसे मिलने ये कौन आया

    आज मुझसे मिलने ये कौन आया ? शायद कुछ रिश्ते थे लेकिन बेनाम थे

  • एक औरत गुमनाम….

    एक औरत गुमनाम….

    बेटी बनकर बापकी इज्जतका तू बनी दर्पण , पत्नी बनकर अपना सब कुछ कर दिया समर्पण

  • एक ओर गज़ल

    एक ओर गज़ल

    एक दुआ मागते है वो जबभी याद आते खुदा प्यार का बुरा अंजाम ना हो जाये.

  • उसने मेरा नाम

    उसने मेरा नाम

    मुझे अपना साया बनाकर रक्खा है मेरा वजूद इस तरहा मिटाके रक्खा है

  • उन हथेलीमें एक बार

    उन हथेलीमें एक बार

    उन हथेलीमें एक बार चहेरा देखा था, आईने की तरफ तबसे मुड़ना भूल गये,

  • तेरे मेरे दरमियान

    तेरे मेरे दरमियान

    जो था तेरे मेरे दरमियान, उसे बह जाने दो, खड़े है कुछ सवाल, मौन उन्हें रह जाने दो,

  • उँगलियों ने बातें करके

    उँगलियों ने बातें करके

    ज़र्रा भी ख़ुद को क़ुर्बान नहीं करता कोई उनकी खुशीमे शामिल हमने हाथ छोड़ा

  • खास नही होती

    खास नही होती

    वक्त का क्या है, आज तेरा कल मेरा होगा, ये बंदिशे तो किसी की महोताज नही होती,

  • आसमान को छूना है

    आसमान को छूना है

    आसमान को छूना है मुझे धरतीपे रहकर उड़ना है मुझे

  • અક્ષૌહિણી સેના

    અક્ષૌહિણી સેના

    આમાં ચારેય અંગોમાં ૨૧૮૭૦૦ સૈનિક બરાબર બરાબર સંખ્યામાં વહેંચાયેલા હતાં. પ્રત્યેક અંગનો એક પ્રમુખ પણ હોતો હતો. પત્તિ, સેનામુખ, ગુલ્મ તથા ગણના નાયક અધિરથી હોતાં હતાં.

  • खयालो में खोई हुई सी

    खयालो में खोई हुई सी

    गुमनाम, हसीन ओर खयालो में खोई हुई सी, महोबत न सही, इकरार-ए-इश्क से गिरी हुई सी,

  • आज सपनेमे उनसे

    आज सपनेमे उनसे

    आज सपनेमे उनसे फिर मुलाक़ात हुई जो अधूरी थी वो गुफ्तगु बार बार हुई

  • यादों में भी कोई बात है

    यादों में भी कोई बात है

    रह गए आबाद तेरे इश्क अहसास से, वरना बिना प्यार के यहा सब बर्बाद है,

  • ना जाने आज क्यों

    ना जाने आज क्यों

    ना जाने आज क्यों हवा भारी लगती है कही पूरब दिशा से ठंडी हवा चलती है,

  • आज बादलों की पूरी फ़ौज

    आज बादलों की पूरी फ़ौज

    आज बादलों की पूरी फ़ौज आकाश पर छा गई घिरके आई ये घनघोर घटा जो नभ पर छा गई

  • घर उनका आबाद तो है

    घर उनका आबाद तो है

    बिखरा हुआ सा था जो आज हरा-भरा है, चाहत कोई न कोई आज भी बर्बाद तो है,

  • आज फिर सपनेमे

    आज फिर सपनेमे

    आज फिर सपने मे उनसे मुलाक़ात हुई जो अधूरी थी वो गुफ्तगु बार बार हुई

  • आज चलो इन बहारों का

    आज चलो इन बहारों का

    आज चलो इन बहारों का कुछ युँही सफ़र कर लें हम करके इज़हारे महोबत जमीसे पग ऊपर कर लें हम

  • आज की वास्तविकता, मेरे प्यारे भैया …

    आज की वास्तविकता, मेरे प्यारे भैया …

    धागे को थोड़ा सजा देने से वो राखी नहीं कहलाती राखी तब कहलाती है वो जब तुम्हारी कलाई पे सजती है

  • कुछ वक्त का अहसास तो बह जाता है

    कुछ वक्त का अहसास तो बह जाता है

    कुछ वक्त का अहसास तो बह जाता है, बस चाय ही वो नशा है जो रह जाता है,

  • कैसा कमाल करती है

    कैसा कमाल करती है

    ये ऑनलाइन वाली लाइट, देखो कैसा कमाल करती है, चोरी छुपे से उलटा, क्या है…? यही तो सवाल करती है,

  • आज अरसे बाद

    आज अरसे बाद

    आज अरसे बाद, पुरानी ख्वाहिश की, गलियों से गुजरा.


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